tag:blogger.com,1999:blog-2091710118317553970.post70438031806814575..comments2023-06-03T01:16:52.040-07:00Comments on पटना गाँधी मैदान : Patna Gandhi Maidan: बिहार विमर्श - 8 : पटना कॉलेज की यादें IIKaushal Kishore , Kharbhaia , Patna : कौशल किशोर ; खरभैया , तोप , पटनाhttp://www.blogger.com/profile/07416678636893602698noreply@blogger.comBlogger1125tag:blogger.com,1999:blog-2091710118317553970.post-75337763918374710992009-05-04T23:47:00.000-07:002009-05-04T23:47:00.000-07:00वीरू ,आप बीती इसी तरह सुनाते रहें .हम सब इसमें आप...वीरू ,आप बीती इसी तरह सुनाते रहें .हम सब इसमें आपके और जमाने के दर्दों सितम से वाकिफ होते रहेंगें .<br />माहौल कैसा भी क्यों न हो , एक्सट्रीम परिस्थितियों को छोड़ दें तो हर कैशोर्य और जवानी और इसका हर लम्हा ऐसा होता है के बार - बार दुहराने का मन हर किसी को करता है .<br />महाविद्यालय और विश्वविद्यालय ज्ञान के सृजन और वितरण का केंद्र माना गया है .नए ज्ञान - विधा और तकनीक दोनों के स्तर पर - का सृजन , पुराने का परिमार्जन और उसका हर नयी पीढी तक संप्रेषण . विश्वविद्यालय के औचित्य की यही सटीक कसौटी हो सकती है . और इस कसौटी पर तत्कालीन पटना कॉलेज और युनिवेर्सिटी को कसने पर क्या निष्कर्ष निकलेगा ?<br /> दूसरी बात की पटना शहर की और पटना कॉलेज और युनिवेर्सिटी में पढ़ने वाली ये लडकियां इतनी दब्बू थी या असहाय ?<br />खैर फिलहाल इन बातों में अभी न उलझें , विश्लेषण और निषकर्ष आराम से निकलते रहेंगें , अभी तो बस उन याद गार लम्हों और दौर- ए -जमाने को ईमान दारी से शब्दबद्ध किया जाय.<br />आप फिलहाल लगें रहें .<br />सादर <br />सादरKaushal Kishore , Kharbhaia , Patna : कौशल किशोर ; खरभैया , तोप , पटनाhttps://www.blogger.com/profile/07416678636893602698noreply@blogger.com