पटना शहर में गंगाजी के तट पर विशाल ऐतिहासिक मैदान .वाद,विवाद ,संवाद ,पक्ष, विपक्ष , कथा ,गीत, नृत्य ,संगीत ,मेला, ठेला और सब की आश्रय स्थली . इस ऐतिहासिक मैदान में आपका स्वागत है .
Sunday, October 5, 2008
दो शब्द
मित्रों हिचकचाते हुए हिन्दी ब्लॉग जगत में कदम रख रहा हूँ. हिचकिचाहट की कोई विशेष वजह नहीं बल्कि हर नए क्षेत्र में परवेश पर होने वाले नए के प्रति संशय और संकोच का मिश्रित भाव.प्रवेश यह सोच कर की विचारों को शब्द बध्ध औरों के लिए न सही तो अपने लिए तो किया जाय. अगर इन विचारों पर मित्रों की राय आए तो अति उत्तम. विचारों का दायरा विस्तृत होगा. हाँ इसमें बिहार के हर क्षेत्र पर मुक्त चिंतन का स्वागत होगा सादर दिनांक अक्टूबर ५, २००८.
हिचकिचाने की क्या बात है, धकाद के लिखिए और बिहार के नाम रौशन कीजिये| हम आपके साथ हैं| ये ब्लॉग शुरू करने के लिए बहुत बधाई| हम भी कुछ ऐसा करने का हौसला रखते हैं, शुरू करेंगे तो आपको जरुर बताएँगे| लगे रहिये| जय बिहार|
ye word verification hata den| Blogger ke dashbord - settings - comments- wahan par option hoga word verification hatane ka. Ise hataiyega to tippani karne wale ko suvidha rahegi| dhanyavaad|
2 comments:
हिचकिचाने की क्या बात है, धकाद के लिखिए और बिहार के नाम रौशन कीजिये| हम आपके साथ हैं| ये ब्लॉग शुरू करने के लिए बहुत बधाई| हम भी कुछ ऐसा करने का हौसला रखते हैं, शुरू करेंगे तो आपको जरुर बताएँगे| लगे रहिये| जय बिहार|
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